रोकेट को पश्चिम से पूरब की ओर ही क्यों छोड़ा जाता है?
क्योकि धरती पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है। इसलिए जब रोकेट को पूरब की ओर भेजते है तो उसके वेग में धरती का वेग भी जुड़ जाता है,
इससे उर्जा की बचत होती है और आसानी से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण शक्ति को भी पार कर लेता है।
क्योकि धरती पश्चिम से पूरब की ओर घूमती है। इसलिए जब रोकेट को पूरब की ओर भेजते है तो उसके वेग में धरती का वेग भी जुड़ जाता है,
इससे उर्जा की बचत होती है और आसानी से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण शक्ति को भी पार कर लेता है।
No comments:
Post a Comment