प्रश्न- सामाजिक रचनावाद क्या होता है ?
उत्तर- सामाजिक रचनावाद वास्तविकता की व्याख्या करते समय प्रकृति की तुलना में समाज पर अधिक बल देता है। यह जीव विज्ञानं व प्रकृति की वजाय सामाजिक संबंधों, मूल्यों और अन्तः क्रियाओं को वास्तविकता का अर्थ तथा विषयवस्तु निर्धारित करने में निर्णायक मानता है।
सामाजिक रचनावाद के अनुसार लिंग, बुढ़ापा, अकाल आदि चीजें भौतिक या प्राकृतिक होने के वजाय सामाजिक अधिक है।
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